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Nagaur, Rajasthan, India
नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....

मई 09, 2011

टिकट दलालों ने बढ़ाई प्रतीक्षा सूची

टिकट दलालों ने बढ़ाई प्रतीक्षा सूची
-कई गाडिय़ों में आरक्षण मुश्किल
हुबली.
गर्मी की छुट्टियों में घूमने व अपने गृह प्रदेश जाना चाह रहे लोगों की मुश्किलें रेलवे टिकटों की दलाली करने वाले एजेंटों ने बढ़ा दी है। इन दलालों ने सभी प्रमुख ट्रेनों में बर्थ पर कब्जा कर यात्रियों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। जोधपुर, मुंबई, अजमेर, दिल्ली व अहमदाबाद रूट की ट्रेनों पर दलालों ने फर्जी नामों से पहले ही सैकड़ों की संख्या में आरक्षण टिकट बुक करा लिए हैं। इसके चलते इन मार्ग पर चलने वाली गाडिय़ों में आरक्षण की प्रतीक्षा सूची चार सौ तक पहुंच गई है कुछ दिनों में इन गाडिय़ों में रिग्रेट की स्थिति है।
लम्बी दूरी के लिए आरक्षण नहीं
लंबी दूरी की सभी ट्रेनें इन दिनों फुल चल रहीं हैं। शहरवासियों को इनमें तत्काल आरक्षण भी नहीं मिल रहा है। तीन सौ से पांच सौ किलोमीटर तक के छोटे रूट पर भी सात से 15 दिन की वेटिंग चल रही है। लंबी दूरी के सभी प्रमुख रूट पर दलालों ने तीन, चार व छह तक की संख्या में एस जैन, एन शर्मा, डी सिंह आदि जैसे फर्जी नामों पर पहले से ही सैकड़ों आरक्षण करा रखे हैं। एक-एक दलाल के पास सीजन के लगभग सौ-सौ फर्जी आरक्षण हैं और इन्हीं की वजह से आरक्षण वेटिंग बढ़ गई है। हांलाकि तत्काल आरक्षण टिकट वालों को परिचय पत्र दिखाना जरुरी कर दिया गय है लेकिन तत्काल आरक्षण टिकट पर यात्रा करने वालों का परिचय पत्र चेक नहीं किया जाता है, इसलिए दलाल इसका पूरा लाभ उठा रहे हैं।
प्रति यात्री 3०0 रुपए तक की वसूली
जोधपुर,अजमेर,दिल्ली व मुम्बई जाने वाली गाड़ी में कराए गए फर्जी नामों के आरक्षण पर दलाल प्रति यात्री अतिरिक्त 250 से 3०0 रुपए वसूल रहे हैं। यदि ये टिकट अंतिम समय तक नहीं बिक पाते तो दलाल इन्हें निरस्त करा देते हैं, हालांकि इसकी नौबत बहुत कम आती है। शहर के सभी दलाल एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं और टिकटों का आदान-प्रदान करते रहते हैं।

ये हैं ट्रेनों की स्थिति
> बेंगलूरु-जोधपुर एक्सप्रेस में जून अंत तक स्लीपर में ३९ व थर्ड एसी में २२ वेटिंग चल रही है।
> यशवंतपुर-जोधपुर एक्सप्रेस में चार जुलाई तक स्लीपर में १० व थर्ड एसी में ९ वेटिंग चल रही है।
> मैसूर-अजमेर गरीब नवाज एक्सपे्रस में २ जुलाईतक स्लीपर में ६० वथर्ड एसी में ४ वेटिंग चल रही है।
> मैसूर-अजमेर एक्सप्रेस में आठ जुलाई तक स्लीपर में ११ व थर्ड एसी में १२ वेटिंग चल रही है।
> गांधीधाम एक्सपे्रस में अहमदाबाद के लिए १२ जून तक स्लीपर में १२ व थर्ड एसी में २४ वेटिंग चल रही है।
> चालुक्या एक्सप्र्रेस में मुम्बई के लिए १२ जून तक स्लीपर में ४९ व थर्ड एसी में १४ की वेटिंग चल रही है।
> हजरत निजामुद्दीन लिंक एक्सपे्रस में दिल्ली के लिए ४ जून तक स्लीपर में २ व थर्ड एसी में १४ की वेटिंग चल रही है।

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