जुड़वां शहर में द्वितीय स्तर के सामान्य विशेषज्ञता वाले अस्पताल
हुबली,फरवरी। बुधवार को घोषित रेल बजट राज्य के लिए मिला जुला रहा। प्रदेश में जहां कुछ गाडिय़ां नई शुरू होगी वहीं कुछ गाडिय़ों का विस्तार या चालन क्षेत्र बढ़ाया गया है। इसके अलावा राज्य में बहुप्रतीक्षित लाइनों के दोहरीकरण को हरी झण्डी मिली और राज्य सरकार की सहभागिता से कुछ नई लाइनों को रेलवे ने मंजूरी दी है। हालांकि राज्य से प्रवासियों की लम्बी दूरी की गाडिय़ां चलाने की मांग पूरी नहीं हुई। बजट में राजस्थान,गुजरात सहित अन्य प्रदशों के लिए सीधी अतिरिक्त रेल सेवा की घोषणा नहीं होने से प्रवासी मायूस हुए। बजट में राज्य के लिए की घोषणाएं एक नजर में-
इन स्टेशनों का होगा उन्नयन : चिकबल्लापुर,गौरीबिदनूर,गोकाक रोड,दोड्डबल्लापुर, यलहंका जंक्शन,देवनहल्ली व मिरज-सांगली(महाराष्ट्र),।
बहुउद्देश्यीय परिसर : बेल्लारी जंक्शन,दावणगेरे,गुलबर्गा,मिरज जंक्शन, शिमोगा टाउन,यशवंतपुर जंक्शन आदि स्टेशनों पर बहुउद्देश्यीय परिसर बनेंगे।
बाह्य रोगी विभाग व डायग्नोस्टिक सेंटर : बेंगलूरु सिटी,बंगारपेट,बीदर,बिरुर, घटप्रभा,गुलबर्गा,होसूर टाउन,होसपेट,हरिहर,लौंडा,मंडया,यशवंतपुर आदि।
द्वितीय स्तर के सामान्य विशेषज्ञता वाले अस्पताल : हुबली,धारवाड़, बिरुर,रायचूर,मिरज-महाराष्ट्र आदि।
पहियों के डिजायन,विकास व परीक्षण केन्द्र की स्थापना : बेंगलूरु रेल पहिया कारखाना-रेपका में डिजायन,विकास व परीक्षण केन्द्र की स्थापना की जाएगी।
नई सम्पर्क लाइन सर्वेक्षण : मैसूर-मडिकेरे-मेंगलूरु,गदग-हरिहर।
नई रेल लाइन सर्वेक्षण : बीजापुर-अथनी-शेडबाल,चिकबल्लापुर-गौरीबिदनूर,बेलगाम-बागलकोट-रायचूर,कृष्णगिरी-चामराजनगर,मैसूर-कुशालनगर-मडिकेरी,बेलगाम-सामंतवाड़ी,बोधन-बीदर आदि।
नई लाइनें: कोट्टूर-हरिहर,बीदर-खानापुर (गुलबर्गा)-हुमनाबाद।
आमान परिवर्तन: मिरज-लातूर का पंढरपुर -मिरज,शिमोगा-तालगुपा का शिमोगा-आनंदपुर,कोलार-चिकबल्लापुर-चिंतामणी-चिकबल्लापुर,शिमोगा-तालगुप्पा का आनंदपुर-तालगुप्पा,
दोहरीकरण : बिरुर-शिवानी,होसपेट-हुबली-लोंडा-वास्कोडिगामा।
राज्य सरकार की भागीदारी से नई लाइनें: हासन-बेंगलूर नई लाइन,कादूर-चिकमगलूर-सकलेशपुर नई लाइन,अरसीकेरे-बिरुर दोहरीकरण,कोलार-चिकबल्लापुर आमान परिवर्तन।
पीपीपी मॉडल पर नई लाइन : शिमोगा-हरिहर,व्हाइट फील्ड-कोलार,गदग-हावेरी,टुमकुर-दावणगेरे,बीजापुर-शाहबाद,धारवाड़ बेलगाम के अलावा रेलवे गुंतकल-बेल्लारी-होसपेट-वास्कोडिगामा खंड के बारे में भी विचार कर रहा है।
दुरंतो सेवा : यशवंतपुर-दिल्ली वातानुकूलित साप्ताहिक।
लम्बी दूरी की गाडिय़ां: मंगलौर-तिरूचिरापल्ली- ,शिमोगा-मैसूर इंटरसिटी, बेंंगलूरु-तिरुपति वाया बंगारपेट,बेंगलूरु-हुबली हम्पी एक्सप्रेस को स्व्तंत्र चलानाप्रस्तावित।
सवारी गाड़ी: बेंगलूरु-नेलमंगला पैसेंंजर,बागलकोट-गदग,होसपेट-हरिहर (आमान परिवर्तन के बाद)
फेरे बढे : हावड़ा-यशवंतपुर दुरंतो एक्सप्रेस २२४५/२२४६ चार दिन,पटना-बेंगलूरु संघ मित्रा २२९५/२२९६ प्रतिदिन,कोरबा-यशवंतपुर २२५१-२२५२ दो दिन,मंगलौर-कोचुवली एर्नाड एक्सप्रेस ६६०५/६६०६ प्रतिदिन।
इन गाडिय़ों का चालन क्षेत्र बढ़ा : यशवंतपुर-कोचीवेल्ली २७७७/२७७८ अब हुबली तक सप्ताह में एक बार, सांगली-मिरज १६२९ को कोल्हापुर तक प्रतिदिन, मिरज-पुणे १६१० का कोल्हापुर तक प्रतिदिन,मंगलौर-कुन्नूर६२३/६२४ का कोझीकोड़ तक,धारवाड़-गदग पैसेंजर ३५३/३५४ सोलापुर तक।
मेरे बारे में
- Dharmendra Gaur
- Nagaur, Rajasthan, India
- नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....
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