जोधपुर,अजमेर की सभी गाडिय़ां फुल
जून के प्रथम सप्ताह तक नहीं आरक्षण
हुबली,८ मार्च। कभी सावों की सीजन के चलते तो कभी पर्व-त्योहार के चलते सदा हाउस फुल रहने वाली राजस्थान की ओर जाने वाली गाडिय़ों में अब ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते आरक्षित टिकट पर यात्रा करना काफी मुश्किल हो गया है। राज्य से हुबली के रास्ते राजस्थान,गुजरात जाने वाले यात्रियों के लिए दो-दो द्वि साप्ताहिक (६२१० व ६५०८) व एक-एक साप्ताहिक (६५३२ व ६५३४) गाड़ी है यानी हफ्ते में छह दिन इस मार्ग पर गाडिय़ां चलती है। लेकिन इसके बावजूद इन गाडिय़ों में तीन महीने अग्रिम बुक कराने पर भी आरक्षण उपलब्ध नहीं है।
तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में भी प्रतीक्षा सूची: रेलवे की अधिकृत साईट पर यशवंतपुर-अजमेर गरीब नवाज एक्सप्रेस वाया गुंतकल होकर चलने वाली गाड़ी संख्या ६५३२ में लम्बी प्रतीक्षा सूची है। शुक्रवार को बेंगलूरु से चलकर शनिवार को सुबह ०६.२५ बजे हुबली पहुंचने वाली इस गाड़ी में १३ मार्च से २९ मई तक द्वितीय श्रेणी शयन यान व तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में लम्बी प्रतीक्षा सूची है। इस गाड़ी में ५ जून को ४७ सीटें द्वितीय श्रेणी शयन यान में और तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में आरएसी उपलब्ध है। मैसूर-अजमेर एक्सप्रेस गाड़ी संख्या ६२१० में भी लम्बी प्रतीक्षा सूची के चलते प्रवासी परेशान है। मैसूर से प्रति मंगलवार व गुरुवार को चलकर बुधवार व शुक्रवार को हुबली पहुंचने वाली इस गाड़ी में १० मार्च से ४ जून तक द्वितीय श्रेणी शयन यान में और तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में प्रतीक्षा सूची है।
अप्रेल में नहीं मिल रहा आरक्षित टिकट: इस गाड़ी में ७,१४,१६,२१,२८,३० अप्रेल व ५,१२,१४,१९ मई को द्वितीय श्रेणी शयन यान व १९ मई को तृतीय श्रेणी वातानुकूलित यान में रिगे्रट है। यशवंतपुर-जोधपुर एक्सप्रेस गाड़ी संख्या ६५३४ में भी आगामी मीन महीनों तक आरक्षण उपलब्ध नहीं है। रविवार को यशवंतपुर से चलकर सोमवार को हुबली पहुंचने वाली इस एक्सप्रेस में १५ मार्च से २४ मई तक प्रतीक्षा सूची के बीच १० मई को रिग्रेट है। हालांकि इस गाड़ी में ३१ मई व ७ जून को द्वितीय श्रेणी शयन यान व तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में आरक्षण उपलब्ध है। इसी प्रकार बेंगलूरु से प्रति सोमवार व बुधवार को चलकर मंगल व गुरुवार को हुबली पहुंचने वाली गाड़ी संख्या ६५०८ में द्वितीय श्रेणी शयन यान में ९ मार्च से ३ जून तक द्वितीय श्रेणी शयन यान में लम्बी प्रतीक्षा सूची है। इतना ही नहीं ११ व १३ मई को तो टिकट उपलब्ध ही नहीं है यानी रिग्रेट है। इसके अलावा इसी समान अवधि में तृतीय श्रेणी वातानुकूलित यान में भी प्रतीक्षा सूची बनी हुई है।
मेरे बारे में
- Dharmendra Gaur
- Nagaur, Rajasthan, India
- नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....
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