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Nagaur, Rajasthan, India
नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....

जून 18, 2010

दपरे ने अस्थाई ठहराव की अवधि बढ़ाई

दिसम्बर तक रूकेंगी गाडिय़ां
हुबली,
दक्षिण पश्चिम रेलवे ने हुबली-धारवाड़,अण्णिगेरी, होलेआलूर, गुलेदगुड्डा रोड, आलमट्टी, बसवन भागेवाडी रोड, भानापुर, कोप्पल, तोरणगल्लु, अलनावर आदि स्टेशनों के अस्थाई ठहराव की अवधि 1 जलाई से 31 दिसम्बर तक बढाई है। इसके तहत ट्रेन संख्या 2629/2630 यशवंतपुर-निजामुद्दीन-यशवंतपुर एक्सप्रेस के धारवाड़ टहराव की अवधि 1 जुलाई से 31 दिसम्बर तक बढ़ाई गई है। इसी प्रकार ट्रेन संख्या 8047/4088 हावरा-वास्को-हावरा अमरावती एक्सप्रेस के धारवाड़, तोरणगल्लु ठहराव, ट्रेन संख्या 6531/6532 अजमेर-यशवंतपुर-अजमेर एक्सप्रेस का कोप्पल, ट्रेन संख्या 6533/6534 जोधपुर-यशवंतपुर-जोधपुर एक्सप्रेस का कोप्पल, ट्रेन संख्या 6535/6536 यशवंतपुर-सोलापुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस का अण्णिगेरी, होलेआलूर, गुलेदगुड्डा रोड, आलमट्टी व बसवनभागेवाड़ी, ट्रेन संख्या 6535-ए/6 536-ए यशवंतपुर-बीजापुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस के राणेबेन्नूर, हावेरी, अण्णिगेरी, होलेआलूर, गुलेदगुड्डा रोड, आलमट्टी, व बसवनभागेवाड़ी, ट्रेन संख्या 7307/7308 यशवंतपुर-बागलकोट-यशवंतपुर एक्सप्रेस के गौरिबिदनूुर, आलमट्टी व बसवनभागेवाड़ी रोड, ट्रेन संख्या 7415/7416 कोल्हापुर-हैदराबाद/तिरुपति-कोल्हापुर हरिप्रिया एक्सप्रेस का अलनावर, ट्रेन संख्या 6591/6592 हुबली-बेंगलूरु-हुबली हम्पी एक्सप्रेस के भानापुर, ट्रेन संख्या 6232/6231 मैसूर-मइलादुथुरई-मैसूर एक्सप्रेस के कालमेलारम, केंगेरी, ट्रेन संख्या 6732/6731 मैसूर-तूतीकोरिन-मैसूर एक्सप्रेस के करमेलारम, ट्रेन संख्या 2027/2028 चेन्नई सेंट्रल-बेंगलूरु-चेन्नई सेंट्रल शताब्दी एक्सप्रेस के बेंगलूरु कंटोनमेंट, ट्रेन संख्या 8463/8 464 भुवबनेश्वर-बेंगलूरु-भुबनेश्वर प्रशांती एक्सप्रेस का गौरिबिदनूर, ट्रेन संख्या 6 201/6 201 बेंगलूरु-शिमोग्गा टाउन-बेंगलूरु का तिपटूर, ट्रेन संख्या 6517/6518 यशवंतपुर-केन्नोरे-यशवंतपुर का केंगेरी, ट्रेन संख्या 6527/6528 यशवंतपुर-केन्नोरे-यशवंतपुर का बानसवाडी व कोरमेलरम, ट्रेन संख्या 2677/2678 बेंगलूरु-एर्नाकुलम -बेंगलूरु इंटरसिटी एक्सप्रेस का कोरमेलरम, ट्रेन संख्या 7209/7210 बेंगलूरु-काकीनाडा टाउन-बेंगलूरु के मालुर, ट्रेन संख्या 213/214 मैसूर-तिरुपति-मैसूर पैसेंजर के ट्याकल स्टेशन पर अस्थाई ठहराव बढाया गया है।
कर्नाटक एक्सप्रेस में जुड़ेंगे एसी डिब्बे
दक्षिण पश्चिम रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दो गाडिय़ों में अतिरिक्त वातानुकूलित कोच जोडऩे का निर्णय लिया है। दपरे की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार गाड़ी संख्या २६२७/२६२८ बेंंगलूरु-नई दिल्ली-बेंगलूरु कर्नाटक एक्सप्रेस व गाड़ी संख्या २६५८/२६५७ बेंगलूरु सिटी-चेन्नई-बेंगलूरु सिटी मेल में एक-एक प्रथम श्रेणी वातानुकूलित डिब्बे जोड़े जाएंगे। यह सुविधा २४ जून से उपलब्ध रहेगी। नए डिब्बे जोडऩे के बाद गाड़ी संख्या २६२७/२६२८ बेंंगलूरु-नई दिल्ली-बेंगलूरु कर्नाटक एक्सप्रेस में अब २४ के स्थान पर कुल २५ व गाड़ी संख्या २६५८/२६५७ बेंगलूरु सिटी-चेन्नई-बेंगलूरु सिटी मेल में २३ के स्थान पर २४ डिब्बे होंगे।

उत्तर कर्नाटक में जारी झमाझम का दौर

-सिद्दापुरा में सर्वाधिक १४ मिमी वर्षा
-बेलगाम में भारी बारिश की चेतावनी
-कारवार में छह परिवार स्थानांतरित

हुबली/धारवाड़
राज्य में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही उत्तर कर्नाटक के लगभग सभी जिलों में हल्की से भारी बारिश का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। इस क्षेत्र में सिरसी,बेलगाम जिले बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं जहां तेज हवा व बारिश के चलते कहीं सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है तो कहीं तेज बारिश की वजह से खस्ताहाल सड़कें हादसों का कारण बन रही है। मूसलाधार बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। गुरुवार को सुबह से ही शुरु हुई बारिश से यातायात प्रभावित रहा। पांच दिन पूर्व चिलचिलाती धूप से परेशान लोग अब बारिश ने रोजमर्रा के कामकाज में बाधा पहुंचने से चिंतित है। कुछ दिन निरंतर बारिश होने पर कच्चे मकान ढहने की आशंका प्रबल दिखाई दे रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष बारिश की चपेट में आने से हजारों परिवार सड़क पर आ गए। हुबली-धारवाड़ के निचले इलाकों में स्थित कुछ मकानों में बारिश का पानी घुस गया है। निरंतर बारिश के चलते निचले इलाकों के जलमग्न होने का खतरा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हाल बेहाल है। ग्राम की सड़कें कच्ची होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।

कारवार जिले में लगी झड़ी
बीते चौबीस घंटों में सिरसी के सिद्दापुरा में सर्वाधिक १४ मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहींआगुम्बे में १०,भटकल,येल्लापुर व मुल्की में ८ मिमी,कुमटा,गरसोपा, कारवार, बनवासी, होनावर, बेलगाम, लौंडा में ६ मिमी, धारवाड़, हावेरी, हुनगुंद, सिंधनूर, बादामी, कुष्टगी, अलमाती में दो व हुबली में १ मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। हुबली-धारवाड़ में पिछले चार दिन से हो रही बारिश के चलते कई जगह पेड़ गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया वहीं बारिश के चलते बाजार सूने हैं। उत्तर-कन्नड़ जिले में मानसून आरंभ हो जाने के कारण नदियों में बाढ़ तथा समुद्री तट खिसक जाने के कारण छह मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिलाधिकारी के. अमरनारायण ने पत्रकारों को बताया कि जिला प्रशासन ने पीडि़त छह परिवारों को राहत केन्द्रों में स्थानांतरित किया है। समुद्री तथा नदी के तटीय इलाकों में आवश्यक सुरक्षा के कदम उठाए गए हैं। प्रमुख नदियां शरावती, अघनाशिनी, गंगावली के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा होने के कारण आवश्यक सुरक्षा सामग्री तथा नावें उपलब्ध कराई गई है तथा मौके पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
लाखों की खड़ी फसल तबाह
हावेरी जिले में पिछले चार-पांच दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते 50 एकड़़ में लाखों रुपए मूल्य की पान की खड़ी फसल तबाह हो गई है। पीडि़त किसानों का कहना है कि इस बार उत्तम फसल की उम्मीदर थी। कुछ दिनों में कटाव के लिए तैयार पान की फसल बारिश के चपेट में आकर तबाह हो गई। इसके चलते किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारिश अचानक शुरू होने के कारण यह तबाही हुई है। इस समय बारिश होने का किसी को भी अंदेशा नहीं था। उधर गदग जिले में पिछले दो-तीन दिनों से काले बादल छाए हुए हैं। कुछ क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने के कारण किसान कृषि गतिविधियों में जुट गए हैं। पिछली बार की तुलना में इस बार मानसून के आगमन में विलंब हुआ है। किसानों का कहना है कि जिले में बुवाई के लिए बारिश होने की आवश्यकता है। किसानों को बुवाई के बीज तथा रासायनिक खाद उपलब्ध कराई गई है।
यहां बरसेंगे बादल
शनिवार सुबह तक तटीय कर्नाटक व मध्य कर्नाटक में हल्की बारिश की संभावना है। इसके अलावा पश्चिम घाट व बेलगाम में भारी बारिश की संभावना है। बारिश का दौर शुरू होने के साथ ही शहर में तापमान में गिरावट आई है। गुरुवार को उत्तर कर्नाटक मेंरायचूर-३२,बेल्लारी-३०,बीदर-३०,गुलबर्गा-२९,बीजापुर-२९,कारवार-२८गदग -२७, हुबली-धारवाड़-२७,होसपेट-२७, बेलगाम-२६ व बागलकोट का तापमान २५ दर्ज किया गया।

जून 15, 2010

हुबली-मिरज लिंक एक्सप्रेस पटरी से उतरी

जान-माल की क्षति नहीं,राहत व बचाव कार्य जारी
मडंल रेल प्रबंधक आदेश शर्मा ने किया दौरा

हुबली
मिरज हुबली लिंक एक्सप्रेस गाड़ी संख्या १०४७ के इंजिन समेत चार डिब्बे पटरी से उतर जाने के चलते दक्षिण पश्चिम रेलवे के लौंडा-हुबली खंड के बीच नागरल्ली-तावरघट्टी स्टेशन के बीच रेल यातायात बाधित रहा। हादसे के चलते दपरे ने कुछ गाडिय़ां रद्द कर दी है जबकि कुछ गाडिय़ों को बदले मार्ग से चलाया गया है। दपरे की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार तड़के लगभग ५ बजे मिरज हुबली लिंक एक्सप्रेस के कुल चौदह डिब्बों में से तीन जनरल सैकेण्ड क्लास व एक सैकेण्ड क्लास कम लगैज व ब्रेक वैन पटरी से उतर गए। हालांकि इसमें किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
दुर्घटना की सूचना मिलते ही हुबली मंडल प्रबंधक आदेश शर्मा ने रेलवे अधिकारी, डाक्टर व पैरा मेडीकल टीम सहित चिकित्सा राहत यान (एमआरवी) और ब्रेक डाउन के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों के दिशा निर्देश में पटरी को दुरस्त करने व डिब्बों को सही करने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। इसके अलावा केसल रॉक से एक ओर एमआरवी दुर्घटना स्थल पर भेजी गई है।
क्षतिग्रस्त फिशप्लेट दुर्घटना का कारण
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त लोको व पटरी का मुआयना करने के बाद बताया कि किलोमीटर संख्या ५३७/०५० के पास फिशप्लेट के साथ छेड़छाड़ की गई है। जॉग्गल्ड फिशप्लेट नामक इस विदेशी मैटेरियल के क्षतिग्रस्त होने के कारण अचानक बै्रक लगाने के चलते लोको का अगला पहिया पटरी से उतर जाने से अन्य डिब्बे भी उतर गए।
बसों में भेजे यात्री
हादसे के बाद क्षतिग्रस्त डिब्बे के यात्रियों सहित सवारियों को इसी गाड़ी के छह अन्य डिब्बों में वापस लोंडा लाया गया। जहां यात्रियों को पेयजल व नाश्ते की व्यवस्था कर हुबली पहुंचाने के लिए ७ बसों की व्यवस्था की गई। इसके अलावा रेलवे अधिकारियों ने गाड़ी संख्या ६५८९ बेंगलूरु-कोल्हापुर रानी चेन्नम्मा एक्सप्रेस व ७४१५ तिरुपति हैदराबाद कोल्हापुर हरिप्रिया एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए १२ अतिरिक्त बसों की व्यवस्था कर उनको गंतव्य की ओर रवाना किया। दपरे प्रशासन ने लौंडा से हुबली के लिए ४२२,धारवाड़ से कोल्हापुर के लिए ११४,धारवाड़ से मिरज १६२ व धारवाड़ से बेलगाम के लिए ४८ यात्रियों को भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की। कोल्हापुर की ओर जा रही ७४१५ तिरुपति हैदराबाद कोल्हापुर हरिप्रिया एक्सप्रेस को हुबली/धारवाड़ में रोककर हुबली से कोल्हापुर के बीच इसे रद्द कर दिया है। वापसी में इन्हीं बसों में गाड़ी संख्या ६५८९ बेंगलूरु-कोल्हापुर रानी चेन्नम्मा एक्सप्रेस व ७४१५ तिरुपति हैदराबाद कोल्हापुर हरिप्रिया एक्सप्रेस के यात्रियों को हुबली तक लाए जाने की व्यवस्था की गई है।
ये गाडिय़ां हुई प्रभावित
१.गाड़ी संख्या ६५८९ बेंगलूरु-कोल्हापुर रानी चेन्नम्मा धारवाड़ में रद्द।
२.गाड़ी संख्या ६५९० कोल्हापुर-बेंगलूरु रानी चेन्नम्मा कोल्हापुर धारवाड़ के बीच रद्द।
३.गाड़ी संख्या७४१५ तिरुपति हैदराबाद कोल्हापुर हरिप्रिया एक्सप्रेस हुबली-कोल्हापुर के मध्य रद्द। यह गाड़ी गाड़ी संख्या १०४८ हुबली-मिरज लिंक एक्सप्रेस के रूप में चलाई गई।
४.वास्को-बेंगलूरु २७७९/६५९०वास्को निजामुद्दीन /कोल्हापुर -बेंगलूरु रानी चेन्नम्मा एक्सप्रेस व वास्को डि गामा की ओर जाने वाली गाड़ी संख्या १०४८/२७८० हुबली-मिरज लिंक एक्सप्रेस/ निजामुद्दीन वास्को गोवा एक्सप्रेस १५ जून को रद्द की गई।
५.गाड़ी संख्या ६५०८ बेंगलूरु-जोधपुर एक्सप्रेस को वाया गदग, होटगी, बीजापुर,शोलापुर,पुणे होकर चलाया गया।
६.गाड़ी संख्या ३१२/३११ बेल्लारी-धारवाड़-बेल्लारी सवारी गाड़ी १५ जून को रद्द।
७.गाड़ी संख्या ३११/३५८ धारवाड़-बेल्लारी-धारवाड़-हुबली सवारी गाड़ी हुबली धारवाड़ के बीच आंशिक रूप से रद्द।
८.गाड़ी संख्या १६१९/१६२०हुबली-मिरज-हुबली सवारी गाड़ी हुबली-लौंडा के बीच रद्द।