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Nagaur, Rajasthan, India
नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....

जून 18, 2010

उत्तर कर्नाटक में जारी झमाझम का दौर

-सिद्दापुरा में सर्वाधिक १४ मिमी वर्षा
-बेलगाम में भारी बारिश की चेतावनी
-कारवार में छह परिवार स्थानांतरित

हुबली/धारवाड़
राज्य में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही उत्तर कर्नाटक के लगभग सभी जिलों में हल्की से भारी बारिश का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। इस क्षेत्र में सिरसी,बेलगाम जिले बारिश से सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं जहां तेज हवा व बारिश के चलते कहीं सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है तो कहीं तेज बारिश की वजह से खस्ताहाल सड़कें हादसों का कारण बन रही है। मूसलाधार बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। गुरुवार को सुबह से ही शुरु हुई बारिश से यातायात प्रभावित रहा। पांच दिन पूर्व चिलचिलाती धूप से परेशान लोग अब बारिश ने रोजमर्रा के कामकाज में बाधा पहुंचने से चिंतित है। कुछ दिन निरंतर बारिश होने पर कच्चे मकान ढहने की आशंका प्रबल दिखाई दे रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष बारिश की चपेट में आने से हजारों परिवार सड़क पर आ गए। हुबली-धारवाड़ के निचले इलाकों में स्थित कुछ मकानों में बारिश का पानी घुस गया है। निरंतर बारिश के चलते निचले इलाकों के जलमग्न होने का खतरा है। ग्रामीण क्षेत्रों में हाल बेहाल है। ग्राम की सड़कें कच्ची होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।

कारवार जिले में लगी झड़ी
बीते चौबीस घंटों में सिरसी के सिद्दापुरा में सर्वाधिक १४ मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहींआगुम्बे में १०,भटकल,येल्लापुर व मुल्की में ८ मिमी,कुमटा,गरसोपा, कारवार, बनवासी, होनावर, बेलगाम, लौंडा में ६ मिमी, धारवाड़, हावेरी, हुनगुंद, सिंधनूर, बादामी, कुष्टगी, अलमाती में दो व हुबली में १ मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। हुबली-धारवाड़ में पिछले चार दिन से हो रही बारिश के चलते कई जगह पेड़ गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया वहीं बारिश के चलते बाजार सूने हैं। उत्तर-कन्नड़ जिले में मानसून आरंभ हो जाने के कारण नदियों में बाढ़ तथा समुद्री तट खिसक जाने के कारण छह मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिलाधिकारी के. अमरनारायण ने पत्रकारों को बताया कि जिला प्रशासन ने पीडि़त छह परिवारों को राहत केन्द्रों में स्थानांतरित किया है। समुद्री तथा नदी के तटीय इलाकों में आवश्यक सुरक्षा के कदम उठाए गए हैं। प्रमुख नदियां शरावती, अघनाशिनी, गंगावली के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा होने के कारण आवश्यक सुरक्षा सामग्री तथा नावें उपलब्ध कराई गई है तथा मौके पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
लाखों की खड़ी फसल तबाह
हावेरी जिले में पिछले चार-पांच दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते 50 एकड़़ में लाखों रुपए मूल्य की पान की खड़ी फसल तबाह हो गई है। पीडि़त किसानों का कहना है कि इस बार उत्तम फसल की उम्मीदर थी। कुछ दिनों में कटाव के लिए तैयार पान की फसल बारिश के चपेट में आकर तबाह हो गई। इसके चलते किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारिश अचानक शुरू होने के कारण यह तबाही हुई है। इस समय बारिश होने का किसी को भी अंदेशा नहीं था। उधर गदग जिले में पिछले दो-तीन दिनों से काले बादल छाए हुए हैं। कुछ क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने के कारण किसान कृषि गतिविधियों में जुट गए हैं। पिछली बार की तुलना में इस बार मानसून के आगमन में विलंब हुआ है। किसानों का कहना है कि जिले में बुवाई के लिए बारिश होने की आवश्यकता है। किसानों को बुवाई के बीज तथा रासायनिक खाद उपलब्ध कराई गई है।
यहां बरसेंगे बादल
शनिवार सुबह तक तटीय कर्नाटक व मध्य कर्नाटक में हल्की बारिश की संभावना है। इसके अलावा पश्चिम घाट व बेलगाम में भारी बारिश की संभावना है। बारिश का दौर शुरू होने के साथ ही शहर में तापमान में गिरावट आई है। गुरुवार को उत्तर कर्नाटक मेंरायचूर-३२,बेल्लारी-३०,बीदर-३०,गुलबर्गा-२९,बीजापुर-२९,कारवार-२८गदग -२७, हुबली-धारवाड़-२७,होसपेट-२७, बेलगाम-२६ व बागलकोट का तापमान २५ दर्ज किया गया।

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