पुलिस पर हमला
-जांच के लिए गई थी टोली
-मोबाइल और शराब की बोतलें बरामद
धारवाड़। 23 मई! धारवाड़ के केंद्रीय कारागार में मादक व प्रतिबंधित वस्तुओं की बिक्री की शिकायत के बाद रविवार सुबह जांच के लिए गई पुलिस टोली पर कुछ कैदियों ने हमला कर किया। इसमें सहायक पुलिस आयुक्त समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में पुलिस की खोज-बीन में जेल से तीन मोबाइल और एक दर्जन से अधिक शराब की बोतलें बरामद हुई। पुलिस के अनुसार केंद्रीय कारागार में विचाराधीन बंदी बच्चाखान द्वारा जेल में मादक वस्तुओं की बिक्री की शिकायत मिली थी। पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस आयुक्त राघवेंद्र औरादकर ने सहायक पुलिस आयुक्त डा. संजीव पाटिल के नेतृत्व के पुलिस टोली को तफ्तीश के लिए भेजा था। सहायक पुलिस आयुक्त पाटिल, विद्यागिरी पुलिस निरीक्षक विजय बिरादार तथा चार पुलिसकर्मियों की टोली सुबह करीब 11.30 बजे स्थानीय केंद्रीय कारागार की जांच के लिए पहुंची थी। वहां कुछ कैदियों ने पुलिस पर अचानक हमला कर दिया। इससे सहायक पुलिस आयुक्त समेत ६ पुलिसकर्मी घायल हो गए। कांस्टेबल एस.एस. दोटिकल तथा काडम्मनवर को गम्भीर चोटें आई हैं। इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
एक घंटे इंतजार करना पड़ा
हमले की वारदात के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस उपायुक्त पी.आर. बटकुर्की की अगुवाई में गए पुलिस बल को जेल में प्रवेश के लिए मुख्य द्वार के बाहर ही करीब एक घंटे इंतजार करना पड़ा। पुलिस के अनुसार जेल प्रशासन ने जेल के मुख्य गेट खोलने में विलंब किया। बाद पुलिस ने जेल के अंदर व बाहर तलाशी अभियान चलाकर मोबाइल फोन व शराब की बोतलें बरामद की। तलाशी अभियान शाम तक जारी था।
अतिरिक्त पुलिस बल लगाया
पुलिस ने इसके बाद तनाव की आशंका के मद्देनजर धारवाड़ में कर्नाटक राज्य सशस्त्र पुलिस बल तथा सीएआर की टुकडिय़ों को तैनात किया है। पुलिस आयुक्त राघवेंद्र औरादकर समेत उच्च अधिकारी हालात पर निगाह रखे हुए हैं।
मफ्ती में स्थित पाटिल के नेतृत्व वाले दल ने कारागार में जांच शुरू की तो कैदियों ने अचानक उन पर हमला कर दिया। इसमें सहायक पुलिस आयुक्त समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बच्चाखान को जल्द ही दूसरी जेल में स्थानांतरित किया जाएगा।
-संगप्पा, जेल अधीक्षक धारवाड़
कैदियों पर मामला दर्ज
पुलिस पर हमले के बाद जांच में गांजे के 13 पैकेट, तीन-तीन मोबाइल फोन व चिलम, एक सिम कार्ड, चाकू, ब्लेड आदि बरामद किए हैं। बंदी बच्चा खान, मुनिराजु, शंकरगौडा तथा इकबाल पठान के खिलाफ पुलिस पर हमले का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को जेल से बाहर एक घंटे तक रोकने के संबध में विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।
-राघवेन्द्र औरादकर, हुबली-धारवाड़ महानगर पुलिस आयुक्त (जैसा कि उन्होंने पत्रकारों को बताया)
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- Dharmendra Gaur
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- नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....
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