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Nagaur, Rajasthan, India
नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....

जनवरी 23, 2010

रेलवे स्टेशन परिसर में पुलिस की अवैध वसूली




बेलगाम। बेलगाम रेलवे स्टेशन परिसर में यातायात पुलिस की वर्दी में तैनात एक पुलिसर्मी दिन दहाड़े स्टेशन पर आने वाले वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रही है। वर्दी धारी पुलिस द्वारा की जा रही वसूली लोगों के लिए चर्चा का विषय तो है ही साथ ही यह भी स्पष्ट नहीं हो रहा है कि आखिर वसूली करने वाला पुलिसकर्मी शहर पुलिस विभाग से है या राजकीय रेलवे पुलिस से। लोगों का कहना है कि इस मामले में बेलगाम रेलवे पुलिस से कई बार शिकायत की गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। रेलवे स्टेशन परिसर में आने-जाने वाले कई लोगों को पुलिस की वसूली का शिकार होना पड़ रहा है। हर रोज बेलगाम स्टेशन पर हजारों प्रवासी छात्र और अन्य लोगों का आना-जाना रहता है। बिना रसीद दिए या चालान काटे पुलिस अपनी जेब भर रही है। लोगों का मानना है कि इस काम को भले ही पुलिसकर्मी अंजाम देते हों लेकिन बेलगाम स्टेशन में बैठने वाले उप निरीक्षक एवं अन्य अधिकारी भी इसमें शामिल हैं।
वसूली को बनाया धंधा : सूत्रों के अनुसार यातायात पुलिस की सफेद वर्दी में तैनात कृष्णमूर्ति नामक पुलिसकर्मी हर रोज नए शिकार की तलाश में साइकिल स्टेंड की आड़ में खड़ा रहता है। मोटी मुर्गी देख उसको हलाल कर देेता है। एक अनुमान के मुताबिक वह हर रोज बेलगाम स्टेशन पर दो हजार रुपए तक की राशि एकत्र करता है। सूत्रों का कहना है कि जब कोई जुर्माने की रसीद मांगता है तो उसको टालमटोल कर रवाना कर देता है। लोगों ने रेलवे के आला अधिकारियों से पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
झटक लिए तीन सौ रुपए : शुक्रवार शाम में तिलकवाड़ी इलाके में रहने वाले राजेश सुतार अपने मित्र को तिरुपति ट्रेन में सवार करने के लिए स्टेशन गए थे। इस मौके पर कृष्णमूर्ति नामक पुलिसकर्मी ने उनके साथ बदतमीजी की और बिना चालान काटे और रसीद दिए 300 रुपए ले लिए। राजेश जैसे कई लोग रोजाना इसका शिकार हो रहे हंै। सूत्रों का कहना है कि कृष्णमूर्ति पिछले करीब तीन साल से यहां कार्यरत है।
क्या कहते हैं अधिकारी: यातायात पुलिसकर्मी की वर्दी में जीआरपी का कोई भी कर्मी बेलगाम स्टेशन पर तैनात नहीं है और सफेद वर्दी में तैनात पुलिसकर्मी स्थानीय पुलिस का हो सकता है। जीआरपी की यातायात विंग पुलिस का ऐसा कोई पुलिसकर्मी नहीं है। अगर ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी।
-आसुंडी,राजकीय रेलवे पुलिस हुबली,पुलिस अधिकारी
रेलवे स्टेशन परिसर में जीआरपी या आरपीएफ के ही कर्मी तैनात रहते हैं। किसी भी स्थानीय पुलिसकर्मी या यातायात पुलिसकर्मी को रेलवे स्टेशन परिसर में तैनात नहीं है। अगर इस मामले में कोई पुलिसकर्मी वसूली करते हैं तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-सोनिया नारंग,पुलिस अधीक्षक बेलगाम,

फोटो व समाचार-प्रकाश बिलगोजी

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