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Nagaur, Rajasthan, India
नागौर जिले के छोटे से गांव भूण्डेल से अकेले ही चल पड़ा मंजिल की ओर। सफर में भले ही कोई हमसफर नहीं रहा लेकिन समय-समय पर पत्रकारिता जगत में बड़े-बुजुर्गों,जानकारों व शुभचिंतकों की दुआ व मार्गदर्शन मिलता रहा। उनके मार्गदर्शन में चलते हुए तंग,संकरी गलियों व उबड़-खाबड़ रास्तों में आने वाली हर बाधा को पार कर पहुंच गया गार्डन सिटी बेंगलूरु। पत्रकारिता में बीजेएमसी करने के बाद वहां से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक के साथ जुड़कर पत्रकारिता का क-क-ह-रा सीखा और वहां से पहुंच गए राजस्थान की सिरमौर राजस्थान पत्रिका में। वहां लगभग दो साल तक काम करने के बाद पत्रिका हुबली में साढ़े चार साल उप सम्पादक के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बाद अब नागौर में ....

दिसंबर 18, 2010

विलम्ब से पहुंची रानी !

-यात्री हुए परेशान
हुबली. दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन में वीवीआईपी कही जाने वाली गाड़ी संख्या ६५०९ रानी चेन्नम्मा एक्सप्रेस शुक्रवार सुबह निर्धारित से लगभग तीन घंटे विलम्ब से बेंगलूरु पहुंची। रेलवे सूत्रों के अनुसार गुरुवार रात्रि में इस गाड़ी को निर्धारित समय १०.५५ बजे रवाना होना था लेकिन गाड़ी में एक अतिरिक्त कोच जोड़े जाने के चलते यह यहां से लगभग डेढ़ घंटे विलम्ब से चली। गाड़ी में यात्रा कर रहे एक यात्री ने जब इस संबंध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक को मैसेज कर सूचना दी कि गाड़ी काफी देर से स्टेशन पर ही खड़ी है तो उनकी ओर से कोई उत्तर नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने मंडल प्रबंधक को मैसेज किया और उसके कुछ समय बाद ही गाड़ी हुबली से चल दी। यात्री ने पत्रिका को बताया कि गाड़ी के हुबली से रवाना नहीं होने के बारे में कोई बताने को तैयार नहीं था। हुबली से देरी से रवाना होने के चलते गाड़ी बेंगलूरु स्टेशन पर लगभग तीन घंटे देरी से पहुंची। इसके कारण बेंगलूरु से आगे के स्थानों के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गाड़ी के देरी से पहुंचने के कारण वे आगे की यात्रा के लिए गाड़ी नहीं पकड़ सके। एक अन्य यात्री ने बताया कि उनके माताजी का ह्रदय का ऑपरेशन करवाने के लिए हमें सुबह जल्दी बेंगलूरु पहुंचना था लेकिन गाड़ी विलम्ब से पहुंची जिससे वे समय पर पंजीकरण नहीं करवा सके।

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